शाजापुर। इंदौर से अशोकनगर जा रही बस हादसे का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना में 40 से अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है। दुर्घटना के बाद बस का चालक और परिचालक मौके से फरार हो गए।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हादसा देर रात हुआ। बस में 55 यात्री सवार थे। इनमें से दो दर्जन से अधिक यात्रियों को शाजापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई गई है। इन्हें उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया है। पुलिस के अनुसार घायलों में बच्चों के साथ बुजुर्ग भी है।
इंदौर से पिछोर जा रही थी बस
बालाजी बस सर्विस की बस इंदौर से पिछोर जा रही थी। हादसा आगरा-मुंबई हाईवे पर पचोर के पास हुआ। रात करीब डेढ़ बजे अनियंत्रित होकर पुलिया से नीचे गिर गई।बस हादसे की सूचना पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।इस हादसे में अशोकनगर भटोली निवासी हरिओम पिता हसरत सिंह कुशवाह के साथ एक अन्य की मौत हो गई।पुलिस के अनुसार बस कल शाम इंदौर के तीन इमली बस स्टैंड से रवाना हुई थी। पचोर से कुछ पहले अनियंत्रित होकर बस पुल से नीचे गिर गई। कुछ यात्रियों के अनुसार चालक काफी तेज गति से बस को चला रहा था।
शाजापुर जिला अस्पताल पहुंचे 22 घायल, 19 को इंदौर रेफर किया
शाजापुर प्रतिनिधि के अनुसार हादसे में तीन दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमे से 22 घायलों को पचोर के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल शाजापुर रेफर कर दिया। जिला अस्पताल शाजापुर में सभी घायलों को उपचार दिया गया।
मंगलवार सुबह करीब 4 बजे घायलों जिला अस्पताल शाजापुर लाया गया। यहां पर भी अधिकांश घायलों का प्राथमिक उपचार कर इंदौर रेफर कर दिया गया। कुल 22 में से 19 घायलों को शाजापुर जिला अस्पताल से इंदौर रेफर कर दिया गया। घायलों में महिला और बच्चे भी शामिल है। एक साथ बड़ी संख्या में घायल लोग जिला अस्पताल शाजापुर पहुंचने से यहां पर अफरा तफरी का माहौल बन गया था। स्टाफ और डॉक्टरों ने आनन-फानन में सभी घायलों का प्राथमिक उपचार किया और गंभीर घायलों को इंदौर रेफर कर दिया गया।
हादसे के पांच घंटे बाद तक सिर्फ मरहम – पट्टी ही हो सकी
हादसे में घायल लोगों ने बताया कि दुर्घटना रात करीब 1:30 बजे हुई। इसके बाद घायलों को पचोर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। यहां से 22 गंभीर घायलों को मरहम-पट्टी कर शाजापुर जिला अस्पताल भेज दिया गया। सुबह करीब 4:00 बजे घायल जिला अस्पताल शाजापुर पहुंचे। यहां से भी 22 में से 19 घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रेफर कर दिया गया। ऐसे में हादसे में गंभीर घायलों को दुर्घटना के करीब पांच घंटे बाद तक सिर्फ शुरुआती उपचार ही मिल सका।
काफी देर से पहुंचे एसडीम और एसडीओपी
शाजापुर एसडीएम मनीषा वास्कले और एसडीओपी गोपाल सिंह चौहान सुबह करीब 6:30 बजे जिला अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। देरी से अस्पताल पहुंचने को लेकर एसडीओपी गोपाल सिंह चौहान से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि यह मेरी ड्यूटी नहीं है। मैं तो मानवता के नाते यहां आ गया। एसडीएम और एसडीओपी के अलावा थाना पुलिस या रात्रि गश्त टीम भी अस्पताल नही पहुंची। ऐसे में अस्पताल के गार्ड ही मौके पर व्यबस्था बनाते रहे।
