जशपुर जिले के फरसाबहार तहसील स्थित ग्राम पंचायत कोनपारा के आश्रित ग्राम चट्टीड़ांड़ में खड़िया समाज का 15वां सामाजिक वार्षिक उत्सव सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान माता सरस्वती और शहीद क्रांतिकारी वीर तेलंगा खड़िया की छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री के साथ इस मौके पर उनकी पत्नी कौशल्या साय, विधायक गोमती साय और सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष भी उपस्थित थीं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खड़िया समाज के सदस्यों से शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि “शिक्षा विकास का आधार है और समाज की प्रगति के लिए हमें इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।” उन्होंने युवाओं और बच्चों के मार्गदर्शन पर भी बल दिया और नशे से दूर रहने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, “खड़िया समाज आदिवासी समाज का अहम हिस्सा है और यह समाज सदियों से अपनी पारंपरिक रीति-रिवाजों और संस्कृति को संजोए हुए है। 2011 में जब खड़िया समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया, तब छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार थी और इस निर्णय ने समाज को नई दिशा दी।”
उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किए गए विभिन्न विकास कार्यों का भी जिक्र किया, जिनमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख परिवारों को लाभान्वित करना, किसानों को 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीद, और तेंदूपत्ता संग्रहण दर को बढ़ाकर 5500 रुपये प्रति मानक बोरा करना शामिल है।
मुख्यमंत्री ने भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए दीनदयाल उपाध्याय योजना और जनजातीय समाज के विकास के लिए पीएम जनमन योजना जैसी योजनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि, “हमारी सरकार ने जनजातीय समाज की भलाई के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे ट्राइबल यूथ हॉस्टल में सीटों की वृद्धि और पीएमश्री योजना के तहत 341 स्कूलों का निर्माण।”
विधायक गोमती साय ने अपने संबोधन में कहा कि जनजातीय समाज को शैक्षिक, सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ने के लिए समाज को एकजुट होकर काम करना होगा। उन्होंने समाज से अपील की कि वे एकजुट होकर आगे बढ़ने के लिए विचार करें और अपने समाज की प्रगति में योगदान दें।
मुख्यमंत्री की पत्नी कौशल्या साय ने नशे के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने की बात की और महिलाओं से नशामुक्ति अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक भरत साय, खड़िया समाज के प्रदेश अध्यक्ष मदन नायक, जिला संरक्षक बोध साय मांझी, जिला महामंत्री कृपाल मांझी, जिला उपाध्यक्ष रामसागर सोरेंग सहित अन्य समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में खड़िया समाज के लोग उपस्थित थे।
यह सम्मेलन खड़िया समाज के लिए एक ऐतिहासिक अवसर था, जहां समाज के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक विकास को लेकर ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया गया।







