रायपुर _ 28 मार्च 2025_ प्रदेश के मनरेगा कर्मचारियों ने रायपुर के तूता मैदान में रैली निकालकर अपनी सेवा सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। 19 साल ग्रामीण विकास में अपनी सेवा देने के बाद भी इन कर्मचारियों के लिए न तो मानव संसाधन निधि बन पाई और न ही इनको सम्मानजनक नौकरी नसीब हो रही है। सरकारें बनी बिगड़ी किंतु पार्टियों के चुनावी वादे विपक्ष में रहते इनके हड़ताली मंचों तक ही सीमित रह गए। बहुत से कर्मचारियों की उम्र अब 50 के पार हो गई है।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय सिंह क्षत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों पर शासन को सही जानकारी से अवगत नहीं कराने का आरोप लगाया है। जबकि राजस्थान जैसे राज्यों में 9 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके मनरेगा कर्मचारी नियमित हो चुके है।भाजपा की सरकार बनने के बाद इन कर्मचारियों को सरकार से काफी उम्मीदें हैं, लेकिन अब उनके सब्र का बांध टूटता नजर आ रहा है। बीते एक साल में ये कर्मचारी मानव संसाधन लागू कराने संघर्ष करते रहे। कमेटी बनी जिसे 15 दिवस में रिपोर्ट सौंपना था, किंतु प्रशासन की उदासीनता के चलते निर्णय नहीं हुआ।
