जशपुर, 13 अप्रैल —नवीन आपराधिक विधियों के बेहतर क्रियान्वयन और साइबर अपराधों की सटीक विवेचना को लेकर जशपुर पुलिस ने एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के सभी थाना-चौकियों के विवेचकों ने ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया।
कार्यशाला में भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता और साक्ष्य संहिता में हाल ही में हुए परिवर्तनों पर विस्तार से जानकारी दी गई। विवेचना में होने वाली सामान्य त्रुटियों को चिन्हित कर उन्हें दूर करने के उपाय सुझाए गए। विशेष रूप से भौतिक साक्ष्य, फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी और गवाहों के बयान की प्रमाणिकता सुनिश्चित करने की तकनीक पर जोर दिया गया।
महिला और बाल संरक्षण कानूनों, खासकर पोक्सो एक्ट के तहत, त्वरित चालान प्रस्तुत करने की अनिवार्यता तथा ट्रायल के दौरान गवाहों के मुकरने पर दंडात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया भी बताई गई।
कार्यशाला में साइबर क्राइम की विवेचना से जुड़ी तकनीकी बारीकियों पर भी विवेचकों को प्रशिक्षित किया गया, ताकि डिजिटल अपराधों की जांच अधिक प्रभावी हो सके।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नए कानूनों के व्यवहारिक पक्षों को समझने और विवेचकों को पूरी तरह अभ्यस्त करने के उद्देश्य से यह पहल की गई है। आने वाले समय में भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जाएंगे।
