रायपुर, 18 अप्रैल 2025। छत्तीसगढ़ के नगरीय क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था और विकास कार्यों की रफ्तार अब तेज हो गई है। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के निर्देश के बाद नगर निगमों और नगर निकायों के अधिकारी सुबह-सवेरे वार्डों में निकल कर स्वयं निरीक्षण कर रहे हैं। इससे कार्यों में पारदर्शिता के साथ-साथ गुणवत्ता भी सुनिश्चित हो रही है।
श्री साव ने निर्देश दिए थे कि नगरीय निकायों के आयुक्त और सीएमओ हर दिन सुबह 6 बजे से अपने-अपने वार्ड क्षेत्रों में भ्रमण करें और चल रहे कार्यों की मॉनिटरिंग करें। फरवरी 2024 से यह व्यवस्था लागू की गई है, जिसका असर अब दिखने लगा है।
अब डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, रोड स्वीपिंग, जल निकासी, सार्वजनिक स्थलों की सफाई, पार्कों का रखरखाव, प्रधानमंत्री आवास योजना और अमृत मिशन के अंतर्गत जल प्रदाय योजना जैसे कार्यों में तेजी आई है।
गंभीर गंदगी वाले क्षेत्रों (GVPs) की संख्या में गिरावट आई है, और सफाई व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। अधिकारी मौके पर ही निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच कर रहे हैं, जिससे घटिया काम पर रोक लगाई जा सके।
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत स्वास्थ्य शिविरों का भी नियमित आयोजन हो रहा है। साथ ही पाइपलाइन बिछाने और जल आपूर्ति परियोजनाओं में भी प्रगति दर्ज की गई है।
इस सक्रियता का लाभ आम नागरिकों को मिल रहा है, और नगरीय सेवाओं की विश्वसनीयता भी बढ़ रही है। शासन का उद्देश्य नगरीय व्यवस्था को जनउत्तरदायी बनाना है, जिसमें यह व्यवस्था एक सशक्त कदम के रूप में सामने आई है।
