India’s Cobra Village Where Humans and Snakes Live Together
विशेष खबर
भारत के कर्नाटक राज्य में एक अनोखा गांव है जिसका नाम है अगुम्बे,यह गांव अपने घने जंगलों और सांपों की मौजूदगी के लिए जाना जाता है,इसे भारत की कोबरा राजधानी कहा जाता है
यहां इंसान और सांप वर्षों से एक साथ रह रहे हैं.इस गांव में किंग कोबरा जैसे विषैले सांप आम बात हैं,फिर भी यहां के लोग न केवल इनसे डरते नहीं बल्कि उन्हें सम्मान भी देते हैं.सांप यहां संस्कृति का हिस्सा हैं और इन्हीं के कारण यह गांव दुनियाभर के वैज्ञानिकों और प्रकृति प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बना है
अगुम्बे में मशहूर सरीसृप विशेषज्ञ रोमुलस व्हिटेकर ने अगुम्बे रेनफॉरेस्ट रिसर्च स्टेशन की स्थापना की.यह भारत का पहला किंग कोबरा रेडियो टेलीमेट्री प्रोजेक्ट चलाने वाला केंद्र है
यहां हरपेटोलॉजिस्ट सांपों और अन्य सरीसृपों पर रिसर्च करते हैं
यह छोटा सा गांव केवल तीन वर्ग किलोमीटर में फैला है और यहां करीब छह सौ लोग रहते हैं.यह समुद्र तल से करीब सत्ताईस सौ फीट की ऊंचाई पर बसा है.यहां इतनी बारिश होती है कि इसे दक्षिण का चेरापूंजी भी कहा जाता है
यह क्षेत्र केवल सांपों के लिए ही नहीं बल्कि जैव विविधता के लिए भी प्रसिद्ध है. यहां दुर्लभ वनस्पतियों और फफूंद की प्रजातियां पाई जाती हैं जिनके नाम में अगुम्बे जुड़ा है
किंग कोबरा दुनिया का सबसे लंबा विषैला सांप है,यह खास इसलिए भी है क्योंकि यह अन्य सांपों को खाता है, यह करैत जैसे जहरीले सांपों को भी निगल जाता है
यह गांव भारतीय संस्कृति और प्रकृति के सह-अस्तित्व की जीवंत मिसाल है
यहां सांप केवल डर नहीं बल्कि श्रद्धा शोध और जीवन का हिस्सा हैं
भारत में शायद ही कोई दूसरा गांव होगा जहां सांप इतने करीब और सुरक्षित हों







