जशपुर, 08 जून 2025 शनिवार शाम क़रीब चार बजे मयाली पर्यटन स्थल से सटे नेशनल हाइवे-43 पर तेज़ रफ़्तार में ख़तरनाक स्टंट कर रहे “बाइकर्स ऑफ़ जशपुर” गैंग की धड़कनें उस वक़्त थम गईं, जब स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह दल-बल के साथ मौक़े पर पहुँच गए। आसपास के ग्रामीणों की शिकायत थी कि दर्जनों बाइकर्स लगातार रील बनाते हुए शोर-गुल और जोखिम भरे करतब कर रहे हैं, जिससे शांति-व्यवस्था बाधित हो रही है।
एसएसपी के निर्देश पर एसडीओपी विनोद मंडावी और उप-निरीक्षक संतोष तिवारी ने चारों ओर से घेराबंदी की। कुछ ही मिनटों में छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड से आए 17 स्टंटबाज़ पकड़ लिए गए। इनमें दो नाबालिग भी शामिल थे। पूछताछ में सामने आया कि युवकों ने “बाइकर्स ऑफ़ जशपुर” नाम से सोशल-मीडिया ग्रुप बना रखा है और उसी के ज़रिए यह गैरक़ानूनी स्टंट-शो आयोजित किया गया था।
थाने में ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और मॉडिफ़िकेशन की जाँच हुई। कई बाइकों में सिलेंसर हटाए गए थे, टायर-रिम और फ़ुटरेस्ट बदले गए थे तथा नंबर प्लेट तक मनमाने ढंग से मोड़ दी गई थी। मोटर वाहन अधिनियम के तहत कुल 37,000 रुपये का चालान काटा गया। नाबालिग सदस्यों के अभिभावकों को बुला कर सख़्त चेतावनी भी दी गई।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने युवाओं को समझाते हुए कहा कि स्टंट के पीछे की ऊर्जा को खेलकूद और सामाजिक विकास में लगाएँ। तेज़ रफ़्तार और मॉडिफ़ाइड वाहन न सिर्फ़ आपकी जान को बल्कि दूसरों की सुरक्षा को भी ख़तरे में डालते हैं। पुलिस ने साफ़ संकेत दिया है कि भविष्य में सार्वजनिक सड़क पर स्टंट या तेज़ रफ़्तार पाया गया तो क़ानूनी कार्रवाई और कड़ी होगी।
पुलिस की अपील
स्टंट के लिए सार्वजनिक सड़क न चुनें; अधिकृत रेस-ट्रैक या स्पोर्ट्स इवेंट ही विकल्प हैं
मॉडिफ़ाइड वाहन लेकर रोड पर उतरना कानूनन अपराध है
यातायात नियमों का पालन करें और दूसरों के लिए मिसाल बनें
पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हाईवे पर खतरनाक स्टंटबाज़ी को किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिले में यातायात नियमों को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान को भी इस कार्रवाई से नया बल मिला है।
