




पत्थलगांव. विप्र समाज पत्थलगांव द्वारा अक्षय तृतीया के पर्व पर शस्त्र एवं शास्त्र पारंगत भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। मूर्तिकार ने कहा कि सप्त चिरंजीवी में एक भगवान परशुराम जी के वंशजों को सादर प्रणाम करता हूं। साथ ही मैं आपका सबसे कुशल सहयोगी हूं कि आप सभी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। वेद, पुराण के अध्ययन एवं श्रवण से आत्मबल की प्राप्ति होती है। ब्राह्मण समाज अपने कार्य से समाज में धर्म का प्रचार करता है। ये समाज मे धर्म ध्वज वाहक है। ब्राह्मण ब्राह्मण सभी समाज को शास्त्र सम्मत ज्ञान की प्रेरणा दें। जब भी मुझे मौका मिलता है तो मैं आप लोगों का आशीर्वाद लेता हूं। पत्थलगांव में ब्राह्मण समाज द्वारा भगवान श्रीराम जी का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जगह जगह भव्य कार्यक्रम और भंडारे का आयोजन किया गया है। 08 मई से 09 मई तक तीन दिव्य कार्यक्रमों में बच्चों और महिलाओं के लिए विभिन्न सांस्कृतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के बच्चों और महिलाओं के लिए विप्र महिला मंडल पुरुस्कार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों ने भाग लिया। वितरण किया गया। दिनांक 10 मई की सुबह सत्यनारायण मंदिर में समाज के लोगों ने सामूहिक रूप से रुद्राभिषेक कर पूजा-अर्चना की और दो-तीन दिनों में भंडारे का भी आयोजन किया गया। *ब्राह्मण समाज द्वारा अपने आराध्य भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव के उत्सव के साथ शहर के प्रमुख नृत्यों में कर्मा नाचा डीजे की धुनों के साथ भव्य भूमिकाएं निभाई गईं। रचना में चल रहे समाज की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए जगह-जगह स्वल्पाहार और जलपान की व्यवस्था की गई थी। सिख समाज व अनुष्ठान समाज द्वारा भी जलपान की व्यवस्था की गई थी। विधायिका एसोसिएट साय को स्मृतिचिन्ह के रूप में विप्र महिला मंडल के मुख्य अतिथि के रूप में स्थापित किया गया है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गणेश शर्मा, शेखर त्रिपाण,बच्चन ज्यूस नरसिंह शर्मा, ज्ञान शर्मा, विजय त्रिया,रम्मू शर्मा, बिस्सु शर्मा, बसंत शर्मा, आदित्य शर्मा, सरेकांत शर्मा, विप्र महिला मंडल की शारदा शर्मा, मंजु मिश्रा, सीता शर्मा, गायत्री शर्मा, स्नेहलता शर्मा, कंचन तिवारी, विभा तिवारी, सहित समाज के सभी लोग उपस्थित रहे। दिनरात की कड़ी मेहनत से युवाओं ने बनाई सफल अपनी शुरुआत। कार्यक्रम बनाने में सफल लोगों में शामिल हैं,







