रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षक युक्तियुक्तकरण को लेकर शिक्षक साझा मंच की शिक्षा सचिव से हुई वार्ता एक बार फिर विफल हो गई। बैठक में मंच ने सरकार से शिक्षकों की पदस्थापना में पारदर्शिता लाने की मांग की थी, लेकिन शिक्षा सचिव ने वर्तमान नियमों से ही युक्तियुक्तकरण करने का रुख दोहराया। मंच ने इसे नकारते हुए 31 मई से आंदोलन की घोषणा कर दी है।
बैठक में शिक्षक साझा मंच ने बताया कि वर्तमान व्यवस्था में शिक्षकों की नियुक्ति में कई खामियां हैं। मंच ने कहा कि कई वर्षों से शिक्षकों की पदस्थापना में मनमानी और पक्षपात की शिकायतें आ रही हैं। इसके चलते सुदूर अंचलों के स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी रहती है, जबकि शहरी इलाकों में शिक्षकों का अत्यधिक जमावड़ा होता है। मंच ने मांग की कि पदस्थापना नीति में बदलाव कर पारदर्शिता लाई जाए और शिक्षकों को समान अवसर मिले।
वहीं, शिक्षा सचिव ने मंच की मांग को खारिज करते हुए कहा कि युक्तियुक्तकरण वर्तमान नियमों के अनुसार ही होगा। इसके बाद मंच के सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। उन्होंने सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाया और कहा कि शिक्षकों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शिक्षक साझा मंच ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो 31 मई से प्रदेशभर में आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति प्रभावित हो सकती है, जिससे पढ़ाई पर असर पड़ने की संभावना है। मंच ने शिक्षकों से आंदोलन में जुड़ने की अपील की है।
