पत्थलगांव के व्यापारी अमन अग्रवाल पर जानलेवा केमिकल हमला करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। पुलिस ने आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त बजाज पल्सर मोटरसाइकिल (क्रमांक CG 14 MM 8554) और केमिकल के डब्बे को भी जब्त कर लिया है।
इस मामले में आरोपी के विरुद्ध थाना पत्थलगांव में भारतीय दंड संहिता की धारा 109(1) के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
आरोपी का विवरण:
नाम: चंकी गुप्ता
उम्र: 32 वर्ष
निवासी: ग्राम कापू, थाना कापू, जिला रायगढ़
घटना की पृष्ठभूमि
प्रार्थी अमन अग्रवाल (उम्र 26 वर्ष), निवासी पत्थलगांव, ने दिनांक 6 अप्रैल को थाना पत्थलगांव में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 5 अप्रैल की रात्रि लगभग 9:30 बजे, जब वह अपनी दुकान बंद कर अंबिकापुर रोड से अपने घर लौट रहे थे, तभी मोबाइल श्रृंगार दुकान के पास एक अज्ञात बाइक सवार ने उन पर मिट्टी तेल जैसी गंध वाला ज्वलनशील पदार्थ फेंका और उसके बाद जलती हुई तीली से आग लगाने का प्रयास किया। सौभाग्यवश, वे इस हमले में बाल-बाल बच गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल हत्या के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की। घटना स्थल का निरीक्षण कर प्रार्थी के कपड़ों को विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया।
जांच और गिरफ्तारी
घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बावजूद कोई ठोस सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने अमन अग्रवाल से एक पूर्व विवाद को ध्यान में रखते हुए जांच की दिशा चंकी गुप्ता की ओर मोड़ी, जो घटना के बाद से फरार था।
मुखबिर की सूचना और तकनीकी टीम की सहायता से आरोपी को 14 अप्रैल को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान चंकी गुप्ता ने स्वीकार किया कि फरवरी माह में दुकान के लेनदेन को लेकर उसका अमन अग्रवाल से विवाद हुआ था, जिससे वह नाराज था और इसी कारण उसने हमला किया।
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और केमिकल के डब्बे जब्त किए। प्राथमिक साक्ष्यों और आरोपी के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस पूरे मामले की विवेचना और गिरफ्तारी में थाना प्रभारी निरीक्षक विनीत पांडे, उप निरीक्षक अर्जुन यादव, आरक्षक पदुम वर्मा, वीरेंद्र यादव, चंद्रशेखर सिंह और सलीम कुजूर की सराहनीय भूमिका रही।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने जानकारी दी कि आरोपी ने हमला बड़ी सफाई से अंजाम दिया था, लेकिन पुलिस की तकनीकी टीम और मनोवैज्ञानिक पूछताछ के जरिए मामले का सफलतापूर्वक खुलासा किया गया।







