नवा रायपुर में खुलेगा फैशन डिजाइन संस्थान, 271 करोड़ की परियोजना को मंजूरी
मुंबई, 23 अप्रैल 2025:
छत्तीसगढ़ ने टेक्सटाइल सेक्टर में देश के नए निवेश गंतव्य के रूप में बड़ी छलांग लगाई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज मुंबई के बॉम्बे एग्जीबिशन सेंटर में आयोजित सीएमएआई फैब शो 2025 में शिरकत करते हुए टेक्सटाइल उद्योग से जुड़े निवेशकों और उद्यमियों को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर राज्य सरकार और क्लोदिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CMAI) के बीच महत्वपूर्ण एमओयू साइन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने वस्त्र उद्योग में निवेश के नए द्वार खोले हैं। छत्तीसगढ़ की नई टेक्सटाइल पॉलिसी देश में सबसे बेहतर है, जो एमएसएमई सेक्टर, रोजगार, कौशल विकास और तकनीक को एक साथ जोड़ती है।”
271 करोड़ की लागत से खुलेगा नवा रायपुर में फैशन डिजाइन संस्थान
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राज्य सरकार ने हाल ही में नवा रायपुर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन (NIFT) की स्थापना को मंजूरी दी है। इस परियोजना पर 271 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कोसा सिल्क जैसे उत्पादों की ब्रांडिंग, प्रमोशन और नवाचार को नई दिशा मिलेगी।
100 करोड़ के निवेश पर 252 करोड़ की प्रतिपूर्ति
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि कपड़ा उद्योग से जुड़े उद्यमों को विशेष रियायतें दी जा रही हैं। ऐसे उद्यम जो 1,000 से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार देते हैं, उन्हें सरकार की ओर से 100 करोड़ के निवेश पर 252 करोड़ की प्रतिपूर्ति दी जा रही है। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ के बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों में उद्योग लगाने पर अतिरिक्त सुविधाएं मिलेंगी।”
बेहतर कनेक्टिविटी और लोकेशन बनी राज्य की ताकत
सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सेंट्रल इंडिया में स्थित लोकेशन, देशभर में उत्कृष्ट कनेक्टिविटी प्रदान करती है। रायपुर एयरपोर्ट में कार्गो सेवा की शुरुआत हो चुकी है। 48,000 करोड़ की लागत से कई रेल परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है। रायपुर से विशाखापट्नम तक एक्सप्रेस-वे और पोर्ट कनेक्टिविटी राज्य के व्यापार को विस्तार देगी।
प्रशिक्षित युवाओं की फौज तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार किए जा रहे हैं। प्रदेश के आईटीआई में उन्नत टेक्नोलॉजी कोर्स संचालित हो रहे हैं। साथ ही, राज्य में आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईटी, और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान हैं जो दक्ष युवा तैयार कर रहे हैं।
राज्य सरकार का उद्देश्य – हस्तशिल्प को वैश्विक पहचान
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ स्टॉल का अवलोकन करते हुए कहा कि राज्य के पारंपरिक हस्तशिल्पों को टेक्सटाइल उद्योग से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, सचिव श्री राहुल भगत, उद्योग विभाग के सचिव श्री रजत कुमार, संचालक श्री प्रभात मलिक और सीएसआईडीसी के प्रबंध संचालक श्री अभिषेक अग्रवाल सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
