जशपुर।जिले में कोरोना के नए वेरिएंट के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियों को रफ्तार दे दी है। विशेष रूप से जशपुर जिला अस्पताल के बंद पड़े ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट को पुनः चालू करने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. जी.के. जात्रा ने बताया कि कोरोना का नया वेरिएंट पहले के मुकाबले ज्यादा घातक नहीं है, लेकिन एहतियात और सतर्कता बेहद जरूरी है।
कोरोनाकाल में जिले में दो ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाए गए थे। ये प्लांट वायुमंडलीय हवा से ऑक्सीजन बनाने की क्षमता रखते हैं, जिससे अस्पताल में 24 घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति का दावा किया गया था। हालांकि महामारी का प्रभाव कम होने के बाद इनमें तकनीकी दिक्कतें आ गईं और ये प्लांट बंद हो गए। अब स्वास्थ्य विभाग ने इनकी मरम्मत और पुनः संचालन के लिए इंजीनियरों से बातचीत पूरी कर ली है। डॉ. जात्रा ने बताया कि एक प्लांट में तकनीकी खराबी है, जबकि दूसरे की सर्विसिंग की आवश्यकता है।
जिले में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी उपलब्ध हैं, जिनसे जरूरतमंद मरीजों को 24 घंटे ऑक्सीजन दी जा सकती है। फिलहाल सिलेंडर की सप्लाई अंबिकापुर से की जा रही है। इसके साथ ही संभावित कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड हेतु स्थानों का चयन कर लिया गया है और टेस्टिंग किट की मांग शासन को भेज दी गई है। स्वास्थ्य अमले को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने और जरूरी संसाधनों की सूची अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमएचओ डॉ. जात्रा ने जनता से अपील करते हुए कहा कि नया वेरिएंट अब तक की जानकारी के अनुसार ज्यादा घातक नहीं है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार जैसे होते हैं, जो एक सप्ताह में ठीक हो रहे हैं। उन्होंने लोगों से घबराने की बजाय नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर डॉक्टर की सलाह लेने की अपील की है।
ये व्यवस्थित है क्या
