सिमगा | 04 जुलाई 2025 | सक्रिय व नवाचारी शिक्षिका भारती वर्मा , जो वर्त्तमान में सिमगा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला पौंसरी में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ है | शिक्षिका के द्वारा शाला परिवेश के आधार पर लिखित बाल साहित्य संग्रह प्रतिष्ठा का विमोचन प्रदेश के उपमुख्यमंत्री माननीय अरुण साव के कर कमलों से हुआ है | इस अवसर पर शांतनु साहू पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष प्रदेश साहू संघ एवं उपाध्यक्ष अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा भाजपा, पुस्तक के संयोजक लोकेश कुमार वर्मा , शिक्षक छोटेलाल साहू भी विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
शिक्षिका भारती वर्मा ने अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हुए अपने बाल साहित्य प्रतिष्ठा के सम्बन्ध में बताया कि बाल साहित्य किसी भी राष्ट्र की बौद्धिक और नैतिक आधारशिला के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । जब साहित्य शिक्षा शास्त्र की मूल अवधारणाओं और शिक्षा मनोविज्ञान की आधार पर लिखा जाता है, तब वह केवल मनोरंजन नहीं करता, अपितु बालकों के व्यक्तित्व निर्माण, नैतिक उन्नयन और सामाजिक बोध को भी गहराई से प्रभावित करता है । इस बाल कहानी संग्रह में , विद्यालयीन परिवेश की जीवंतता को आधार बनाकर, बालक की संवेदनाओं, जिज्ञासाओं और विचारशीलता को प्रतिबिंबित करता है । इस संग्रह की कहानियाँ न केवल बालक की मानसिक अवस्था, अधिगम प्रवृत्तियों और सामाजिक संदर्भों को ध्यान में रखकर रची गई हैं, बल्कि उनमें मूल्यपरक शिक्षा के विविध आयाम भी समाहित हैं ।
पुस्तक के संयोजक शिक्षक लोकेश कुमार वर्मा ने कहा कि लेखिका भारती वर्मा, जो स्वयं एक समर्पित शिक्षिका हैं, ने अपने अनुभव, संवेदना और शिक्षकीय दृष्टिकोण से इस संग्रह को आकार दिया है । उनकी लेखनी बाल मनोविज्ञान की गहराई को भलीभांति समझती है, और शैक्षिक उद्देश्यों को रचनात्मक माध्यमों से साधने में समर्थ है । “प्रतिष्ठा” केवल एक पुस्तक नहीं, अपितु एक सतत प्रयास है — बच्चों को बेहतर इंसान बनाने का, उन्हें सोचने, समझने और सही निर्णय लेने की प्रेरणा देने का । यह संग्रह उन सभी शिक्षकों, अभिभावकों और पाठकों के लिए उपयोगी है, जो बालकों के सर्वांगीण विकास के पथ पर सहयात्री बनना चाहते हैं ।
