बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 6 मार्च 2025 से बिहार दौरे पर हैं। उनका आगमन ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने उनके विरोध में पोस्टर लगाए हैं। वैशाली जिले में उनके कार्यक्रम को प्रशासन से अनुमति नहीं मिली। एबीपी न्यूज से बातचीत में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि उनका उद्देश्य हिंदुओं को एक करना है।
‘हिंदुओं की संख्या घट रही, एकता जरूरी’
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, “हमने हमेशा सनातन धर्म के लिए काम किया है। हमारा किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है, लेकिन अगर किसी के विचार हमसे मेल खाते हैं, तो वह व्यक्तिगत भावना है। हमें देश में हिंदुओं की संख्या घटती हुई दिखाई दे रही है, इसलिए हम हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए निरंतर दौरा कर रहे हैं।” उन्होंने अपने विरोधियों को ‘संकुचित मानसिकता’ वाले बताते हुए कहा कि कुछ लोग उनके प्रयासों का विरोध कर रहे हैं।
‘हमें धमकियां मिल रही हैं’
जब उनसे पूछा गया कि वे ‘संकुचित मानसिकता’ किसे कह रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, “जो लोग राम से दिक्कत रखते हैं, जो हमें धमकियां दे रहे हैं, वे ही संकुचित मानसिकता के लोग हैं। हम राष्ट्र के प्रति समर्पित हैं और जो भी कर रहे हैं, वह भारत माता के लिए कर रहे हैं। दुनिया भर में 140 करोड़ हिंदुओं की लड़ाई लड़ रहे हैं। जिन्हें हिंदुत्व से दिक्कत होगी, वही हमारा विरोध करेंगे।”
‘हम किसी पार्टी के प्रचारक नहीं’
राजनीति में इस बात की चर्चा तेज है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बीजेपी के लिए माहौल बनाने का काम कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा, “बिहार से हमारा पुराना नाता है। हम पहले भी यहां आए हैं और तब भी विवाद हुआ था। हमारा मकसद केवल सनातन धर्म का प्रचार और हिंदू एकता को मजबूत करना है। हम किसी राजनीतिक पार्टी के प्रचारक नहीं हैं, बल्कि सनातन के विचारक हैं।”
उनके इस दौरे को लेकर बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है, और विरोध के साथ-साथ समर्थकों की भीड़ भी देखने को मिल रही है।
