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July 25, 2025 8:52 am

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छात्रों से लेकर पैरेंट्स तक, पीएम मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ में दिए ये जरूरी टिप्स

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बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘परीक्षा पे चर्चा’ के आठवें संस्करण में छात्रों से बात की और उन्हें एग्जाम स्ट्रेस को दूर भगाने के उपाय बताए. उन्होंने छात्रों से बात करते हुए कहा कि सूर्योदय के बाद पेड़ के नीचे खड़े होकर गहरी सांस लेनी चाहिए. जीवन में कोई भी प्रगति करनी है, उसमें पोषण का खास महत्व है. क्या खाना चाहिए, कब खाना चाहिए, कैसे खाना चाहिए, ये सब बहुत महत्वपूर्ण है.

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छात्रों के साथ पीएम ने लगाए पेड़

पीएम मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में शामिल होने आए छात्रों के साथ मिलकर सुंदर नर्सरी में पेड़ भी लगाए और पेड़ों के महत्व के बारे में भी उन्हें बताया.

पैरेंट्स को भी दी एडवाइस

पीएम मोदी ने बच्चों के पैरेंट्स को भी एडवाइस दी. उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की स्किल पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि हर बच्चा अलग-अलग फील्ड में अच्छा होता है. उन्होंने क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए कहा कि वो खेल में अच्छे हैं, पढ़ाई में नहीं. साथ ही उन्होंने खुद के बारे में भी बताते हुए कहा कि एक बार उनसे पूछा गया था कि अगर वो प्रधानमंत्री नहीं होते, मंत्री होते तो कौन सा डिपार्टमेंट चुनते. इसपर उन्होंने कहा कि वो स्किल डिपार्टमेंट चुनते, क्योंकि स्किल बहुत जरूरी है.

‘परिणामों के बारे में सोचें’

पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी बात को पहले सुननी चाहिए, उसके बाद उसपर सवाल करना चाहिए और उसके परिणामों के बारे में भी सोचना चाहिए. फिर सोच समझ कर अंत में उसे खुद पर अप्लाई करना चाहिए.

फेलियर से कैसे बचें?

पीएम मोदी ने छात्रों को फेलियर से बचने के भी टिप्स दिए. उन्होंने कहा कि फेल हो जाने से जिंदगी नहीं अटकती. आपको ये तय करना होगा कि आपको किताबों में सफल होना है या जीवन में सफल होना है. अपनी विफलताओं को अपना टीचर बनाएं और उससे सीखें.

‘मेरी हैंडराइटिंग सुधारने में शिक्षकों ने की मदद’

पीएम मोदी ने छात्रों को अपनी पढ़ाई के दिनों के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि उनकी हैंडराइटिंग बहुत अच्छी नहीं थी, इसलिए उसे सुधारने के लिए उनके शिक्षकों ने बहुत मेहनत की. इस दौरान उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि उनकी हैंडराइटिंग भले ही ठीक नहीं हुई, लेकिन उन शिक्षकों की हैंडराइटिंग जरूर ठीक हो गई.

‘लिखने पर जोर दें’

पीएम मोदी ने छात्रों को लिखने पर जोर देने के बारे में कहा. उन्होंने कहा कि हमेशा लिखने की आदत होनी चाहिए, चाहे उम्र को भी हो.

‘किताबी कीड़ा न बनें’

पीएम मोदी ने छात्रों को कहा कि वो किताबी कीड़ा न बनें, लेकिन ज्ञान प्राप्त करने से पीछे भी नहीं हटें. उन्होंने कहा कि इंसान को हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए.

‘रोबोट की तरह नहीं जीना है’

पीएम ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ रिलैक्स होने की भी जरूरत होती है. अपने माता-पिता को समझाएं कि रोबोट की तरह नहीं जीना है, हम इंसान हैं. बच्चों को किताबों में ही बंद कर देंगे कि वो विकास नहीं कर सकते. उन्हें खुला आसमान चाहिए होता है, अपनी पसंद की चीजें करनी चाहिए.

‘जिंदगी तबाह हो जाएगी’

पीएम ने कहा कि हमारे समाज में दुर्भाग्य से ये घुस गया कि अगर हम स्कूल में इतने नंबर नहीं लाए, दसवीं-बारहवीं में इतने नंबर नहीं आए तो जिंदगी तबाह हो जाएगी. इसलिए पूरे घर में तनाव हो जाता है, ऐसे में आपको खुद को तैयार करना है.ऐसे में इस तनाव को मन में न लें और तय करें कि आपको आज कितना पढ़ना है. ये अगर आप कर लेते हैं, तो आप इस तनाव से खुद को निकाल सकते हैं.

परीक्षा के तनाव को कैसे दूर करें?

अच्छा स्कोर लाने की टेंशन होती है. इस पर पीएम मोदी ने बच्चों से ही इसका जवाब लिया. ये हमारे दिमाग में घुस गया है कि नंबर नहीं आए तो बर्बाद हो जाएंगे. ये पैरेंट्स को भी नहीं समझा सकते. लेकिन इसका जवाब खुद से निकालना होगा. जैसे क्रिकेटर स्टेडियम में बैठे लोगों के चिल्लाने और छक्के-चौके लगाने की डिमांड की परवाह किए बगैर अपने तरीके से क्रिकेट खेलता है उसी प्रकार आपको भी अपनी पढ़ाई करनी चाहिए. प्रेशर को न लेते हुए अपना ध्यान पढ़ाई में लगाना है.

केरल की छात्रा ने हिंदी बोला तो पीएम मोदी अचंभित हो गए. फिर उन्होंने छात्रा से हिंदी में कविता सुनी.

ये दिग्गज भी छात्रों को देंगे टिप्स

इस साल के संस्करण में मैरी कॉम, दीपिका पादुकोण, अवनी लेखारा और सद्गुरु सहित प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल होंगी, जो परीक्षा की चिंता, भविष्य की संभावनाओं और व्यक्तिगत विकास पर मार्गदर्शन देंगी.

सद्गुरु जहां बच्चों को मानसिक शांति और चिंता पर नियंत्रण के उपाय बताएंगे, तो वहीं दीपिका पादुकोण मनोवैज्ञानिक कल्याण पर बात करेंगी, जबकि खेल आइकन मैरी कॉम और अवनी लेखारा बच्चों के साथ दृढ़ संकल्प और सफलता की अपनी प्रेरक यात्रा शेयर करेंगी.

इस साल के ‘परीक्षा पे चर्चा’ के लिए 3.30 करोड़ से अधिक छात्र, 20 लाख शिक्षक और 5.51 लाख से अधिक पैरेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसके अलावा टॉप 10 महान परीक्षा योद्धाओं को प्रधानमंत्री आवास पर विशेष भेंट भी दी जाएगी.

36 छात्रों का सेलेक्शन

इस साल अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 36 छात्रों का चयन किया गया है, जो पीएम मोदी से सीधे बात करेंगे. ये छात्र सरकारी स्कूलों से लेकर केंद्रीय विद्यालय, सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय और सीबीएसई स्कूलों के हैं. छात्रों के मन में परीक्षा से जुड़े जो भी सवाल हैं, वो पीएम मोदी से बेझिझक पूछ सकते हैं और उन्हें उसका समाधान मिलेगा.

Anash Raza
Author: Anash Raza

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