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July 23, 2025 12:05 am

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इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे: प्रगति की नई राह

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भारत सरकार ने 713 किलोमीटर लंबे इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी प्रदान कर दी है। भारतमाला परियोजना के तहत प्रस्तावित यह एक्सप्रेसवे न केवल मध्यप्रदेश को दक्षिण भारत से सीधे जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, बल्कि आर्थिक, औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों में भी व्यापक परिवर्तन लाएगा। इस परियोजना से व्यापार, पर्यटन, और परिवहन ढांचे को गति मिलेगी, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को अप्रत्याशित लाभ होगा।


इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे: प्रमुख विशेषताएं

विवरणजानकारी
कुल लंबाई713 किलोमीटर
निर्माण लागत₹15,000 करोड़
वर्तमान दूरी876 किमी (नए एक्सप्रेसवे से 157 किमी कम होगी)
समय की बचतयात्रा का समय 18 घंटे से घटकर 10 घंटे होगा
कवर किए गए राज्यमध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना

प्रमुख मार्ग और भौगोलिक विस्तार

यह एक्सप्रेसवे तीन राज्यों से होकर गुजरेगा, जिससे बहुआयामी परिवहन नेटवर्क का निर्माण होगा, जो व्यापारिक और औद्योगिक संभावनाओं को नए आयाम प्रदान करेगा।

मध्यप्रदेश में मार्ग:

इंदौर → बड़वाह → बुरहानपुर → इच्छापुर

महाराष्ट्र में मार्ग:

मुक्ताईनगर → जलगांव → अकोला → हिंगोली → नांदेड

तेलंगाना में मार्ग:

मंगलूर → रामसनपल्ली → संगारेड्डी → हैदराबाद

इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे के बहुआयामी लाभ

औद्योगिक और व्यापारिक विस्तार

इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से इंदौर और हैदराबाद जैसे आईटी और व्यापारिक हब्स के बीच संपर्क को मजबूती मिलेगी, जिससे नए निवेश, स्टार्टअप्स और औद्योगिक इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा मिलेगा।

लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला में क्रांतिकारी सुधार

मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना को जोड़ने वाले इस एक्सप्रेसवे के कारण माल ढुलाई की लागत में कमी आएगी, जिससे व्यापारिक संस्थानों और विनिर्माण इकाइयों की प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि होगी।

क्षेत्रीय पर्यटन को मिलेगा संबल

यह हाईवे मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना के प्रमुख ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों को जोड़कर पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा, जिससे स्थानीय व्यवसायों और आतिथ्य उद्योग को लाभ मिलेगा।

परिवहन दक्षता और ऊर्जा की बचत

यात्रा का समय 3 घंटे कम होने से वाहन चालकों और लॉजिस्टिक्स कंपनियों के लिए ईंधन लागत में कटौती होगी, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव को भी कम किया जा सकेगा।

विकास की एक नई परिभाषा

इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे न केवल भौगोलिक दूरी को कम करने का कार्य करेगा, बल्कि आर्थिक, औद्योगिक और सामाजिक परिवर्तन का माध्यम भी बनेगा। इस परियोजना के माध्यम से भारत का ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम अधिक सक्षम, प्रभावी और प्रतिस्पर्धात्मक बनेगा, जिससे देश के आर्थिक विकास को एक नई दिशा मिलेगी। 🚀

Anash Raza
Author: Anash Raza

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