भारत में शादियों के सीजन की शुरुआत से पहले ही सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड बना रही हैं। 1 अप्रैल को MCX पर जून 2025 के कॉन्ट्रैक्ट के लिए सोने की कीमत 91,400 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। हालांकि, शाम 5:50 बजे यह मामूली गिरावट के बाद 91,120 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था।
चांदी की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज की गई। MCX पर चांदी 99,829 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई, जो पिछले बंद स्तर 1,00,065 रुपये प्रति किलो से 0.24 फीसदी कम थी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया है। AP की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार सुबह सोने की कीमत 3,175 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई, जो इस साल की शुरुआत में 2,700 डॉलर प्रति औंस थी। इसकी प्रमुख वजह अमेरिकी निवेशकों द्वारा इक्विटी बाजार से पैसा निकालकर सोने और सरकारी बॉन्ड में निवेश करना माना जा रहा है। इसके अलावा, अमेरिकी टैरिफ पॉलिसी की अनिश्चितता, कमजोर अमेरिकी डॉलर, रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव भी सोने की कीमतों को ऊपर ले जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। अमेरिकी टैरिफ पॉलिसी की घोषणा 2 अप्रैल को होनी है, जिससे बाजार में हलचल देखने को मिल सकती है। अगर टैरिफ उम्मीद से कम रहे, तो मुनाफावसूली हो सकती है। MCX पर सोना 2025 में अब तक 18 फीसदी चढ़ चुका है और इस हफ्ते यह 88,500 से 92,500 रुपये के दायरे में रह सकता है।
निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण समय है। महंगाई और वैश्विक अनिश्चितता को देखते हुए सोने की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं। हालांकि, किसी भी निवेश से पहले बाजार की चाल पर नजर रखना जरूरी है।
