नंदिनी नगर (अहिवारा) में मुस्लिमों के पवित्र माह रमज़ान के 30 रोजे के बाद आने वाला त्यौहार ईद-उल-फ़ित्र का त्यौहार बड़े ही ख़ुशी के साथ शांति पूर्वक तरीके से मनाया। सभी मुस्लिम समाज के लोगों ने नमाज़ के बाद एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई दी।
ईद की नमाज ईदगाह मैदान (वार्ड नंबर 12), नंदिनी नगर में सुबह 9 बजे, नुरानी जामा मस्जिद, नंदिनी नगर के इमाम मोहम्मद फरीद साहब ने अदा कराई और देश में अमन शांति, देश की तरक्की के लिए और सेना-पुलिस के जवानों के साथ साथ हिंदुस्तान में रहने वाले सभी लोगों की तंदरुस्ती और सलामती के लिए दुआ की गयी।
रमज़ान के दौरान रोजेदारों की खिदमत करने वाले बच्चों और इत्तेकाफ में बैठे शेख शफी और मोहम्मद तौसीफ का इस्तकबाल कर तोहफा दिया गया। सभी मुस्लिम आवाम के लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई दी। इस अवसर पर नुरानी जामा मस्जिद कमेटी के सदर शान मोहम्मद, नायब सदर शेख बसर, सदस्य मोहम्मद इजरान , अहमद अंसारी, नसीम अंसारी, मसकुर खान, सरवर अली, अनीश अहमद, जमशेद मोहम्मद, नाहीद खान, रईस कौशर, मोहम्मद तौकीर और बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज नंदिनी नगर (अहिवारा) के लोग और बच्चे मौजूद थे। नमाज के दौरान नंदिनी थाना प्रभारी मनीष शर्मा अपनी टीम के साथ ईदगाह मैदान पर मौजूद रहे। इसकी जानकारी नंदिनी मुस्लिम समाज के सदर (अध्यक्ष), शान मोहम्मद साहब ने दी।
ईद उल-फ़ित्र या ईद रमज़ान के एक महीने के रोजे बाद ख़ुशी का त्यौहार मनाते हैं, जिसे ईद उल-फ़ित्र कहा जाता है। ईद उल-फ़ित्र इस्लामी कैलेण्डर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है। इस्लामी कैलंडर के सभी महीनों की तरह यह भी नए चाँद के दिखने पर शुरू होता है। मुसलमानों का त्योहार ईद मूल रूप से भाईचारे को बढ़ावा देने वाला त्योहार है। इस त्योहार को सभी आपस में मिल के मनाते है और खुदा से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं। पूरे विश्व में ईद की खुशी पूरे हर्षोल्लास से मनाई जाती है।
