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July 23, 2025 12:04 am

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Scrapping Centres को लेकर Nitin Gadkari का बयान, बोले- देश में ऐसे 1 हजार सेंटरों की जरूरत

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खस्ताहाल, प्रदूषित और बेजान वाहनों को हटाने के लिए एक हजार स्क्रैपिंग सेंटर की जरूरत है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक, स्क्रैपिंग पॉलिसी को सही तरीके से लागू करने के लिए न सिर्फ देशभर में इसके केंद्रों की संख्या कई गुना बढ़ाने की जरूरत है, बल्कि ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्टिंग सेंटर (एटीएस) को भी कम से कम बढ़ाने की जरूरत है।. 400. होना चाहिए.
स्क्रैपिंग और स्वचालित फिटनेस केंद्रों की कमी
डीजी एंड ऑफ लाइफ व्हीकल प्लेटफॉर्म को लॉन्च करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने अब तक 85 वाहन स्क्रैपिंग केंद्रों को मंजूरी दी है। जबकि उनका अनुमान है कि 12 गुना अधिक केंद्रों की जरूरत है. दरअसल, स्क्रैपिंग पॉलिसी के अपेक्षित गति से लागू नहीं होने के पीछे मुख्य कारण स्क्रैपिंग और स्वचालित फिटनेस सेंटरों की कमी है।
यह सभी के लिए फायदेमंद है
गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय वाहन स्क्रैपिंग नीति सभी पक्षों के लिए फायदे का कदम है। भारत दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा स्क्रैपिंग सेंटर बन सकता है। सर्कुलर इकोनॉमी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर प्रदान करेगी। गौरतलब है कि अगस्त 2021 में राष्ट्रीय वाहन स्क्रैप नीति लॉन्च करते समय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इससे न केवल वाहन प्रदूषण की समस्या का समाधान होगा, बल्कि यह सर्कुलर इकोनॉमी का स्तंभ भी साबित होगा।
रोड टैक्स पर 25 फीसदी तक की छूट मिलती है
इस पॉलिसी में केंद्र सरकार ने राज्यों से स्क्रैपिंग के बाद खरीदे गए वाहनों पर रोड टैक्स में 25 फीसदी तक की छूट देने को कहा है. केंद्र की इस नीति का कार्यान्वयन 1 अप्रैल, 2022 से शुरू हो गया है और इसके तहत 15 साल से अधिक पुराने सभी सरकारी वाहनों को अनिवार्य रूप से स्क्रैप किया जा रहा है। इसमें राज्य परिवहन निगम की बसें भी शामिल हैं। केवल कानून-व्यवस्था, आंतरिक सुरक्षा और रक्षा संगठनों से जुड़े वाहनों को इससे छूट दी गई है।

Anash Raza
Author: Anash Raza

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