छत्तीसगढ़ में नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और दोनों उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव की शपथ हो गई है। लेकिन अब तक राज्य में कैबिनेट विस्तार नहीं हुआ है। सीएम और दोनों डिप्टी सीएम दिल्ली में भाजपा हाईकमान से मुलाकात कर राजधानी रायपुर लौट आए हैं। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अब जल्द ही कैबिनेट विस्तार हो सकता है।
मंत्रिमंडल गठन पर सीएम साय ने कहा, मैं हाल ही में दिल्ली गया था, जहां मैंने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर कई चर्चाएं कीं। राज्य में कैबिनेट का विस्तार जल्द ही होगा। नई कैबिनेट में पुराने और नए चेहरे शामिल होंगे। कैबिनेट विस्तार के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा, लेकिन यह जल्दी ही किया जाएगा। विष्णुदेव साय ने बीते सप्ताह दोनों डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा के साथ राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। कैबिनेट में 10 और सदस्यों को शामिल किया जा सकता है। संविधान के नियमों के तहत 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा में सीएम को जोड़कर अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं।
कैबिनेट में ये नाम हो सकते हैं शामिल
विष्णुदेव साय कैबिनेट में संभावित मंत्रियों के रूप में बृजमोहन अग्रवाल और अमर अग्रवाल (सामान्य वर्ग से), धरमलाल कौशिक और अजय चंद्राकर (ओबीसी), केदार कश्यप और विक्रम उसेंडी (अनुसूचित जनजाति), दयालदास बघेल (अनुसूचित जाति) और राजेश मूणत (जैन समुदाय) के नाम चल रहे हैं। धर्मलाल को छोड़कर बाकी सभी नेता पहले ही मंत्रियों के रूप में काम कर चुके हैं। कैबिनेट में नए चेहरों में आईएएस अधिकारी से नेता बने ओपी चौधरी, गजेंद्र यादव (दोनों ओबीसी) और डोमन लाल कोर्सेवाड़ा (एससी) का नाम भी चल रहा है। इसके अलावा महिला नेताओं में पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, पूर्व सांसद गोमती साय और पूर्व प्रदेश मंत्री लता उसेंडी के नामों की भी चर्चा है, ये तीनों महिला नेता एसटी समुदाय से हैं।
इस फॉर्मूले से होगा मंत्रिमंडल का गठन
जानकारी के अनुसार, दिल्ली में हुई बैठक में यह तय किया गया है कि हर लोकसभा सीट से एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके साथ ही बैठक में जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण साधने पर भी चर्चा हुई है। मंत्रिमंडल में 4 पुराने और 6 नए चेहरे हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल में जिन नामों पर सहमति बनी है, उन नामों को अमित शाह ने फाइनल किया है।
तैयारी पूरी, बस मंजूरी का इंतजार
इधर, मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के लिए राजधानी रायपुर के इंडोर स्टेडियम में तैयारी पूरी हो गई हैं। मंच तैयार कर कुर्सियां भी स्टेडियम में लगा दी गई हैं। लेकिन 13 दिसंबर से तैयार इस मंच को विधायकों और और दिन-समय का इंतजार है। सीएम साय कई बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं। लेकिन अभी तक किसी मंत्रियों के नाम सामने नहीं आए हैं।
सत्र के बाद हो सकता है शपथ ग्रहण
19 दिसंबर से 21 दिसंबर तक छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र आयोजित किया जा रहा है। जानकारों की मानें तो सत्र के बाद मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हो सकता है। अब तक विधायकों को भी भाजपा की ओर से आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। पार्टी आलाकमान से स्थानीय नेता संपर्क साधे हुए हैं।
13 दिसंबर को मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम पद की हुई शपथ
इससे पहले 13 दिसंबर को रायपुर के साइंस कॉलेज में विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने उन्हें शपथ दिलाई। उनके बाद अरुण साव और विजय शर्मा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे।







