जशपुर जशपुर जिले में गांजा के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्यवाही लगातार जारी है। ‘ऑपरेशन आघात’ के तहत जशपुर पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए गढ़ाटोली निवासी महिला तस्कर दसी बाई पति बांधो उम्र 54 वर्ष के विरुद्ध PIT NDPS एक्ट 1988 के अंतर्गत कार्यवाही की है। आयुक्त सरगुजा संभाग श्री नरेन्द्र दुग्गा के न्यायालय द्वारा सजा आदेश पारित कर आरोपिया को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
दसी बाई पिछले कई वर्षों से गांजा तस्करी और अवैध मादक पदार्थों के व्यापार में लिप्त रही है। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत वर्ष 2004 में अपराध क्रमांक 01/2004, वर्ष 2015 में अपराध क्रमांक 171/2015 तथा वर्ष 2022 में अपराध क्रमांक 36/2022 के तहत प्रकरण दर्ज हैं। वह पूर्व में भी गिरफ्तार होकर जेल जा चुकी है, लेकिन जेल से छूटने के बाद उसने पुनः गांजा की तस्करी शुरू कर दी थी।
दसी बाई द्वारा छोटे-छोटे पैकेट बनाकर गांजा की चोरी-छिपे बिक्री की सूचना पुलिस को लगातार मिल रही थी। इससे जशपुर नगर व आसपास के युवा नशे की चपेट में आ रहे थे और अपराध की ओर उन्मुख हो रहे थे। क्षेत्र में लोगों का स्वास्थ्य और सामाजिक परिवेश प्रभावित हो रहा था, जिससे नागरिकों में आक्रोश व्याप्त था।
पुलिस द्वारा आरोपिया के विरुद्ध विस्तृत प्रतिवेदन तैयार कर सरगुजा संभाग के आयुक्त के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायालय ने आरोपिया को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश पारित किया। PIT NDPS एक्ट के तहत यह कार्यवाही उन अपराधियों पर की जाती है, जो बार-बार नशे के कारोबार में लिप्त पाए जाते हैं और जिनका जेल में रहना समाज की सुरक्षा के लिए अनिवार्य होता है।
विदित हो कि इससे पूर्व भी जशपुर पुलिस ने सोकोडीपा थाना दुलदुला के पुराने गांजा व्यवसायी जगदीश वैष्णव के विरुद्ध PIT NDPS एक्ट के तहत कार्यवाही की है। साथ ही SAFEMA कोर्ट मुंबई के माध्यम से जिले के बड़े गांजा तस्कर हीराधर यादव की करोड़ों की अवैध अर्जित संपत्ति (घर व वाहन) को फ्रीज कराया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने बताया कि गांजा तस्करों के विरुद्ध लगातार कड़ी कार्यवाही जारी रहेगी। जो आदतन अपराधी अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित कर रहे हैं, उनकी संपत्ति को भी जब्त किया जा रहा है। आगामी दिनों में इस अभियान को और अधिक व्यापक रूप से क्रियान्वित किया जाएगा।
जशपुर पुलिस की यह सख्ती निश्चित ही नशे के कारोबारियों के लिए एक चेतावनी है और समाज को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
