जशपुरनगर। कुनकुरी ब्लॉक के पावन धरा मयाली में शिवभक्तों के लिए एक अलौकिक आध्यात्मिक आयोजन होने जा रहा है। 21 मार्च से सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ होगा। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत इस आयोजन को लेकर तैयारियाँ जोरों पर हैं और संपूर्ण क्षेत्र भक्तिमय वातावरण में सराबोर हो चुका है।
बेलजोरा नदी से उठेगा पुण्य कलश, शिवनाम से गुंजायमान होगा वातावरण
श्री शिव महापुराण कथा की कलश यात्रा शुक्रवार, 21 मार्च को प्रातः 7 बजे आरंभ होगी। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालु माताएँ एवं बहनें रामसागर के गंझार-भंडरी मार्ग स्थित बेलजोरा नदी से पुण्य जल लेकर मंगल पदचाप करेंगी। वैदिक मंत्रोच्चार और भक्ति संगीत की गूंज के बीच यह दिव्य कलश यात्रा गंझार, भंडरी, स्टेट हाईवे 7 से होते हुए आयोजन स्थल तक पहुंचेगी।
परंपरागत परिधान में सहभागिता का आह्वान
आयोजन समिति ने भक्तों से आग्रह किया है कि वे परंपरागत परिधान में ही इस महायात्रा में सम्मिलित हों। महिलाएँ भगवा, पीली या लाल साड़ी धारण करें, जबकि पुरुष कुर्ता-पायजामा पहनकर इस महायज्ञ में सहभागी बनें। श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि वे अपने घर से कलश और नारियल अवश्य लेकर आएं ताकि यह आयोजन और भी भव्य बन सके।
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा वाणी से होगा आध्यात्मिक जागरण
इस दिव्य आयोजन में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा वाचक पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा जी अपनी ओजस्वी वाणी से शिवमहापुराण की अमृतधारा प्रवाहित करेंगे। कथा के माध्यम से वे भगवान शिव की महिमा, सृष्टि के रहस्य और मोक्ष के पथ पर विस्तृत प्रकाश डालेंगे। उनकी वाणी से सजी इस कथा में भगवान शिव के अनंत लीलाओं का रसास्वादन भक्तों को मिलेगा।
विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के सानिध्य में दिव्य आयोजन
यह आयोजन मयाली स्थित विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग की छत्रछाया में संपन्न होगा, जिससे इस कथा का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। शिवधाम मयाली इन दिनों श्रद्धा, भक्ति और आनंद से सराबोर हो चुका है।
भव्य व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन और आयोजन समिति तत्पर
श्रद्धालुओं की विशाल उपस्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन एवं आयोजन समिति ने विशाल पंडाल, टेंट, पार्किंग, पेयजल, प्रसाधन और अन्य सुविधाओं की मुकम्मल व्यवस्था की है। सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
गांव-गांव तक पहुंचा प्रचार, भक्तिमय होगी संपूर्ण नगरी
इस शुभ आयोजन की जानकारी हर घर तक पहुँचाने के लिए आयोजन समिति के स्वयंसेवक लगातार प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक पोस्टर, बैनर और प्रचार रथों के माध्यम से संदेश प्रसारित किया जा रहा है, जिससे अधिकाधिक श्रद्धालु इस महायज्ञ में सम्मिलित हो सकें।
धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं से विशेष आग्रह
श्री शिव महापुराण कथा केवल एक कथा नहीं, बल्कि आध्यात्मिक जागरण का महासंगम है। इस अलौकिक आयोजन का साक्षी बनें, पुण्य लाभ अर्जित करें और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें। हर हर महादेव!
