नई दिल्ली
भारत सरकार ने एलन मस्क की कंपनी Starlink को देश में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं शुरू करने की अनुमति दे दी है
यह सेवा मुख्य रूप से उन क्षेत्रों के लिए लाई जा रही है जहां अभी तक ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी एक सपना है
Starlink दुनिया की पहली ऐसी सैटेलाइट सेवा है जो लो अर्थ ऑर्बिट में मौजूद हजारों सैटेलाइट्स के जरिए इंटरनेट उपलब्ध कराती है
भारत में Starlink की लॉन्चिंग अगले महीने यानी जुलाई के पहले सप्ताह में हो सकती है
कंपनी शुरुआत में 15 दिन का ट्रायल भी दे सकती है
Starlink ने भारत में जियो और एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी की है
जिसके तहत इनके स्टोर्स पर Starlink का सेटअप बॉक्स और एंटीना उपलब्ध रहेंगे
Starlink प्लान की मुख्य बातें
शुरुआती कीमत आठ सौ पचास रुपये से कम हो सकती है
प्रारंभिक ऑफर में अनलिमिटेड डाटा मिलने की संभावना
एक करोड़ भारतीय यूजर्स को जोड़ने का लक्ष्य
कम कीमत में सेवा देकर स्पेक्ट्रम लागत की भरपाई की योजना
क्यों खास है Starlink
बिना टावर के काम करता है
पर्वतीय जंगलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में भी मिलेगा तेज इंटरनेट
शिक्षा स्वास्थ्य आपदा प्रबंधन और ई गवर्नेंस को मिलेगा नया आयाम
डिजिटल इंडिया अभियान को मिलेगी नई रफ्तार
हाल ही में Starlink ने बांग्लादेश में अपनी सेवा शुरू की थी लेकिन वहां इसकी कीमत अधिक रखी गई थी जिससे भारतीय यूजर्स में चिंता थी
अब भारत में कम कीमत में Starlink सेवा मिलने की उम्मीद बन चुकी है जो दुनिया के सबसे किफायती सैटेलाइट इंटरनेट प्लान में शामिल हो सकता है
