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December 6, 2025 7:48 pm

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छात्र छात्राएं अर्जित करेंगे कौशलयुक्त और रोजगारपरक शिक्षा : डॉ. रक्षित

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जशपुर शासकीय राम भजन राय इन ई एस स्नातकोत्तर महाविद्यालय में दिनाँक 02.07.2024 को एनईपी 2020 का कार्यान्वयन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. व्ही. के. रक्षित ने अपने उदबोधन में महाविद्यालय के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्यों, कैसे और लाभ को सम्मिलित करते हुए महत्वपूर्ण संदेश दिए। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नीति शिक्षा 2020 शिक्षा प्रणाली में सुधार का एक बड़ा कदम है। यह नीति छात्रों के लिए नए और अनुकूल पाठ्यचर्या, अध्ययन सामग्री और पढ़ाई की विधियों का आधुनिकीकरण करती है और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करती है। प्राचार्य ने शिक्षकों से इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया और उन्हें इसमें अपना सक्रिय योगदान देने की अपील की। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षकों को बच्चों के विकास और उनकी योग्यताओं को सुनिश्चित करने के उपायों पर ध्यान देने का संदेश दिया।


उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के समस्त बिंदुओं की जानकारी प्रदान की तथा कहा कि प्रशिक्षण के दौरान अपने सभी सवालों का जवाब प्राप्त कर ले एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूरी तरह समझ उसे लागू करने हेतु तैयार रहे।
अंत मे प्राचार्य ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू होने की सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
कार्यशाला के रिसोर्स पर्सन प्रो. आशीष राजपाल थे । कार्यशाला के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के करिकुलम फ्रेमवर्क के बारे में विस्तार पूर्वक जानकी दी तथा दूसरा सत्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों, विशेषताओं और लाभ के साथ साथ भारतीय ज्ञान तंत्र पर विशेष चर्चा की गई ।
उन्होंने ने अपने व्याख्यान में सर्वप्रथम करिकुलम फ्रेमवर्क की जानकारी देते हुए बताया कि ग्रेजुएट प्रोग्राम पूर्णतया चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम, लर्निंग आउटकम आधारित होगा जो विद्यार्थियों को बहुत प्रवेश और बहु निकास की सुविधा भी प्रदान करेगा। इसके पश्चात राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत पाठ्यचर्या में शामिल शब्दावली के बारे में विस्तार से समझाया। साथ ही प्रत्येक सेमेस्टर में कोर्स , उसके क्रेडिट और सेमेस्टर अनुसार एंट्री और एग्जिट के सभी पहलुओं पे चर्चा करते हुए सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री की पात्रता कब होगी इसकी जानकारी दी। प्रोग्राम और कोर्स की प्रकृति के साथ ही कोर्स असेसमेंट की जानकारी भी बखूबी साझा की, सेमेस्टर में प्रोमोशन के साथ लेटर ग्रेड और ग्रेड पॉइंट को विस्तार से समझाया। सभी संकाय के कोर्स पूल के साथ वैल्यू एडेड कोर्स के पूल के बारे में भी विस्तार से बताया।
अंत मे उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास में ना सिर्फ सहायक होगा बल्कि इससे रोजगार के नये अवसर भी उत्पन्न होंगे। दूसरे सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों को अवगत कराते हुए भारतीय शिक्षा तंत्र का पाठ्यचर्या में समावेश का वर्णन किया । जिज्ञासा को शांत करने के लिए प्राध्यापकों के द्वारा प्रश्न भी किए गए ।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अंतर्गत करिकुलम फ्रेमवर्क संबंधित महत्वपूर्ण बाते –

  1. स्नातक प्रोग्राम सेमेस्टर पद्धति से होगा और क्रेडिट आधारित होगा ।
  2. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अंतर्गत स्नातक पाठ्यक्रम 4 वर्ष का होगा ।
  3. 30 प्रतिशत आंतरिक मूल्यांकन और 70 प्रतिशत अंत सेमेस्टर परीक्षा, जिसमे दोनों को मिलाकर न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर पास ।
  4. इलेक्टिव विषय के रूप में अन्य संकाय के विषय चुनने की स्वतंत्रता ।
  5. चौथे वर्ष पूरा करने पर ऑनर्स या ऑनर्स विथ रिसर्च के साथ डिग्री ।

जानिए क्या है क्रेडिट – यदि कोई सैद्धांतिक कोर्स 3 क्रेडिट का है तो इसका अर्थ होगा एक घंटे के 3 पीरियड्स प्रति सप्ताह 15 सप्ताह तक। यदि कोई प्रायोगिक कोर्स 1 क्रेडिट का है तो इसका अर्थ होगा 1 घंटे का 2 पीरियड प्रति सप्ताह 15 सप्ताह तक।

Anash Raza
Author: Anash Raza

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