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July 25, 2025 3:51 pm

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छत्तीसगढ़ के डिजिटल भविष्य की नई इबारत: नवा रायपुर में खुलेगा राज्य का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क

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छत्तीसगढ़ अब सिर्फ खनिज, खेती और कोर सेक्टर के लिए नहीं, बल्कि आधुनिक तकनीकी नवाचारों का नया केंद्र बनने जा रहा है। राज्य की साय सरकार ने तकनीक के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ के पहले एआई एक्सक्लूसिव डाटा सेंटर पार्क की स्थापना की घोषणा की है। इसका भूमिपूजन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 3 मई को सुबह 11:30 बजे करेंगे। इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्य के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन और वित्त मंत्री ओपी चौधरी भी उपस्थित रहेंगे।

डिजिटल युग में नई पहचान गढ़ेगा अटल नगर

नवा रायपुर के सेक्टर-22 में सीबीडी रेलवे स्टेशन के पास बनने वाला यह डाटा सेंटर पार्क 13.5 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा और इसमें से 2.7 हेक्टेयर भूमि विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) के विकास के लिए चिन्हित की गई है। अनुमानित लागत 1000 करोड़ रुपये है और इसका निर्माण रैस बैंक डाटा सेंटर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।

यह सिर्फ एक डाटा सेंटर नहीं है — यह भविष्य के छत्तीसगढ़ की डिजिटल आत्मा बनने जा रहा है। जहां से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा एनालिटिक्स और हाई-टेक इनोवेशन का संचालन होगा। यह पार्क न केवल तकनीकी निवेश को आकर्षित करेगा, बल्कि एआई स्किल्ड युवाओं के लिए रोजगार का नया रास्ता भी खोलेगा।

तेजी से उभरता है भारत का टेक हब बनने की ओर

छत्तीसगढ़ पहले ही एक सरप्लस बिजली वाला राज्य है, और अब उसके पास एआई डाटा प्रोसेसिंग के लिए जरूरी ऊर्जा, जमीन और नीतिगत समर्थन तीनों मौजूद हैं। सरकार द्वारा आयोजित एनर्जी समिट और सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि छत्तीसगढ़ अब तकनीक की तेज रफ्तार गाड़ी में सवार होने को तैयार है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन का नेतृत्व छत्तीसगढ़ को न केवल पारंपरिक संसाधनों की भूमि, बल्कि टेक्नोलॉजी के नये नक्शे पर भी स्थापित कर रहा है। सिंगल विंडो सिस्टम, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और स्पीड ऑफ बिजनेस जैसे प्रयासों ने निवेशकों को आकर्षित करने का माहौल बना दिया है।

डाटा सेंटर: एआई का आधार, भविष्य की चाभी

डाटा सेंटर किसी भी एआई सिस्टम की रीढ़ होते हैं। चाहे वो लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स हों या डाटा माइनिंग— इन सबके संचालन में भारी मात्रा में ऊर्जा और अत्याधुनिक संसाधनों की जरूरत होती है। छत्तीसगढ़ की ऊर्जा क्षमता और स्थिर नीति इस काम के लिए आदर्श बनाती है।

टक्कर देगा छत्तीसगढ़, बनेगा नया इनोवेशन हब

इस सेंटर के बनने से प्रदेश में न केवल मल्टीनेशनल कंपनियां आएंगी, बल्कि स्थानीय स्टार्टअप्स और तकनीकी उद्यमों को भी उछाल मिलेगा। निवेश बढ़ेगा, रोजगार के अवसर बनेंगे और राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।

छत्तीसगढ़ का यह कदम भारत के एआई भविष्य में उसकी भूमिका को स्पष्ट करता है — एक ऐसा राज्य, जो आत्मनिर्भर भारत की डिजिटल क्रांति का मजबूत स्तंभ बनने की ओर अग्रसर है।

Anash Raza
Author: Anash Raza

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