रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्कूली शिक्षा व्यवस्था को संतुलित और सशक्त बनाने के लिए युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया तेजी से जारी है। स्कूल शिक्षा सचिव ने सभी कलेक्टरों को पत्र जारी कर इस कार्य को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
25 मई 2025 तक स्कूलों का युक्तियुक्तकरण
प्रदेश भर के सभी स्कूलों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया 25 मई 2025 तक पूरी कर ली जाएगी। इससे स्कूलों के बीच संसाधनों का संतुलन स्थापित होगा और छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
10 जून 2025 तक शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण
शिक्षकों के स्थानांतरण और पुनर्संयोजन का कार्य 10 जून 2025 तक संपन्न होगा। अतिशेष शिक्षकों को आवश्यकता वाले स्कूलों में भेजा जाएगा ताकि दूरदराज इलाकों में पढ़ाई सुचारु हो सके।
मिलेगा 13,000 शिक्षकों का लाभ
युक्तियुक्तकरण के बाद विभाग को करीब 13,000 अतिरिक्त शिक्षक मिलेंगे। फिलहाल शहरों में 7300 से अधिक शिक्षक सरप्लस हैं और छोटे स्कूलों के मर्जर से 6000 और शिक्षक अतिरिक्त उपलब्ध होंगे।
शिक्षा गुणवत्ता सुधारने की दिशा में पहल
सरकार का लक्ष्य ग्रामीण और आदिवासी अंचलों में शिक्षकों की संख्या बढ़ाना और शहरी इलाकों में शिक्षक असंतुलन को दूर करना है, जिससे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था मजबूत हो सके
