दुर्ग/भिलाई।
बिहार में करोड़ों के ठगी के एक मामले में फरार चल रहे दो शातिर आरोपियों को छत्तीसगढ़ के दुर्ग ज़िले से गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी बिहार के नालंदा ज़िले के किसानों के साथ 54 लाख 3 हजार 43 रुपये की ठगी कर भिलाई के वैशाली नगर इलाके में छिपकर रह रहे थे।
बिहार पुलिस ने छत्तीसगढ़ पुलिस से मांगा सहयोग
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार की नालंदा पुलिस को सूचना मिली थी कि कल्याण बिगहा थाना क्षेत्र में दर्ज ठगी के मामले के दो मुख्य आरोपी सत्येंद्र कुमार और रितिक कुमार भिलाई के वैशाली नगर क्षेत्र में छिपे हुए हैं। इसके बाद नालंदा पुलिस की एसआई सुषमा कुमारी के नेतृत्व में टीम छत्तीसगढ़ पहुंची और वैशाली नगर थाना प्रभारी अमित अंदानी से संपर्क कर सहयोग मांगा।
भिलाई से की गई गिरफ्तारी
संयुक्त कार्रवाई में वैशाली नगर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि ये दोनों आरोपी हरनौत थाना क्षेत्र के गोड़ीपार गांव के निवासी हैं। इन्होंने किसानों से अनाज खरीदने के नाम पर 54 लाख से अधिक की राशि लेकर गबन कर लिया और फरार हो गए थे।
किसानों ने दर्ज कराई थी एफआईआर
घटना के बाद ठगे गए किसानों ने कल्याण बिगहा थाने में मामला दर्ज कराया था। आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही थी। सूचना पक्की होते ही नालंदा पुलिस ने छत्तीसगढ़ पुलिस की मदद से दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया और फिर रिमांड पर बिहार ले जाया गया।
वैशाली नगर थाना प्रभारी अमित अंदानी ने बताया कि – “हमारी टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को पकड़कर नालंदा पुलिस को सौंपा है। दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का गंभीर मामला दर्ज है।”
इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ और बिहार पुलिस के बीच बेहतर समन्वय की मिसाल भी देखने को मिली है।







