भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गैर-अनुपालन और अनियमितताओं के चलते Paytm पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद लेनदेन करने और नए ग्राहक जोड़ने से रोक दिया है. इसके बाद बड़ी संख्या में यूजर्स पेटीएम से दूसरी कंपनियों की तरफ जा रहे हैं. वालमार्ट के स्वामित्व वाली फोनपे को इसका फायदा मिला है और उसका यूजरबेस कुछ दिनों में 20 प्रतिशत तक बढ़ा है.

फोनपे ने शुरू की तैयारियां
मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि फोनपे के यूजर्स की संख्या तो बढ़ी ही है, साथ ही व्यापारियों की संख्या भी बढ़ रही है. 29 फरवरी तक फोनपे ऐप डाउनलोड करने वाले और प्लेटफॉर्म पर लेनदेन की संख्या में और इजाफा होने की उम्मीद है. एक और व्यक्ति ने बताया कि ग्राहकों और लेनदेन की बढ़ती संख्या को देखते हुए फोनपे ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं.
फोनपे को होगा सबसे ज्यादा फायदा
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में UPI लेनदेन में फोनपे की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 46 प्रतिशत थी, जबकि 13 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ Paytm पेमेंट्स बैंक तीसरे स्थान पर था. इस मामले में गूगल पे 36 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर था. पेटीएम के साथ करीब 4 करोड़ व्यापारी जुड़े हुए थे. अब चूंकि Paytm पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं, ऐसे में सबसे ज्यादा फायदा फोनपे को होने की उम्मीद है.
