जशपुरनगर – जशपुर नगर पालिका में भाजपा ने अपना वर्चस्व कायम रखते हुए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों पदों पर कब्जा जमा लिया है। यश प्रताप सिंह जूदेव निर्विरोध उपाध्यक्ष चुने गए, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

राजा रणविजय प्रताप सिंह जूदेव के पुत्र हैं यश प्रताप सिंह जूदेव
यश प्रताप सिंह जूदेव पूर्व राज्यसभा सांसद और जशपुर के राजा रणविजय प्रताप सिंह जूदेव के ज्येष्ठ पुत्र हैं। वे पहले पार्षद निर्वाचित हुए और फिर बिना किसी विरोधी उम्मीदवार के उपाध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध चुने गए।

नगर पालिका जशपुनगर में अध्यक्ष और पार्षदों के शपथ ग्रहण के बाद मंगलवार को उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव संपन्न हुआ। चुनाव प्रक्रिया के दौरान यश प्रताप सिंह जूदेव ने उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया, लेकिन उनके खिलाफ किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया। ऐसे में वे निर्विरोध उपाध्यक्ष चुने गए।

यश प्रताप सिंह जूदेव ने अपनी निर्विरोध जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“यह मेरी नहीं, जशपुर की जनता की जीत है। मेरे पिताजी और मेरे परिवार ने सदैव जनता की सेवा को प्राथमिकता दी है, और मैं भी उन्हीं सिद्धांतों पर चलूंगा। नगर के विकास और जनता की भलाई के लिए पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कार्य करूंगा। मैं इस भरोसे के लिए भाजपा नेतृत्व और जशपुर की जनता का आभार प्रकट करता हूँ।”

यश प्रताप सिंह जूदेव के उपाध्यक्ष बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। कार्यकर्ताओं ने इसे भाजपा संगठन की मजबूती और जनता के विश्वास की जीत करार दिया है।
यश प्रताप सिंह जूदेव की जीत से यह साफ हो गया है कि नगर पालिका में भाजपा का दबदबा बरकरार है। उनके नेतृत्व में नगर पालिका के विकास कार्यों को और गति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। निर्विरोध चुने जाने से उनकी लोकप्रियता और प्रभाव का भी स्पष्ट संकेत मिला है।
अब देखना यह होगा कि भाजपा नेतृत्व के इस मजबूत फैसले के बाद जशपुर नगर पालिका विकास के नए आयाम कैसे गढ़ती है।
